000 | 01295 a2200205 4500 | ||
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005 | 20250324162136.0 | ||
008 | 250324b2020|||||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9788194833567 | ||
041 | _aHindi | ||
082 | _a891.431 D55 | ||
100 |
_aDinkar, Ramdhari Singh _95738 |
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245 | _aParshuram ki pratiksha (परशुराम की प्रतीक्षा ) | ||
260 |
_bLokbharti Paperbacks, _c2020. _aPrayagraj: |
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300 | _a92p.; 17cms. | ||
500 | _aपरशुराम की प्रतीक्षा राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' द्वारा रचित खंडकाव्य की पुस्तक है। इस खंडकाव्य की रचना का काल 1962-63 के आसपास का है, जब चीनी आक्रमण के फलस्वरूप भारत को जिस पराजय का सामना करना पड़ा, उससे राष्ट्रकवि दिनकर अत्यंत व्यथित हुये और इस खंडकाव्य की रचना की। | ||
650 |
_aParshuram prathiksha _95748 |
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650 |
_aHindi Poetry _94378 |
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650 |
_aHindi literature _94372 |
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942 | _cHN | ||
999 |
_c1531 _d1531 |