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| 041 | _aHindi | ||
| 082 | _a891.434 E93 | ||
| 100 |
_aCardozo, Ian _94621 |
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| 245 | _aParam vir chakra ( परम वीर चक्र ) | ||
| 260 |
_bPrabhat Prakashan, _aNew Delhi: _c2018. |
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| 300 | _a218p.:img.;22cms. | ||
| 500 | _aमेजर जनरल इयान कारडोजो का जन्म मुंबई में हुआ और उन्होंने सेंट जेवियर्स स्कूल और कॉलेज में शिक्षा प्राप्त की। जुलाई 1954 में क्लीमेंट टाउन, देहरादून में ज्वाइंट सर्विसेज विंग में शामिल हुए, जो जनवरी 1955 में पुणे स्थानांतरित हो गया और नेशनल डिफेंस एकेडमी के नाम से प्रसिद्घ हुआ। सन् 1971 में बँगलादेश में सिलहट के युद्ध में जख्मी तथा अक्षम होने पर, एक पाँव खोने की अक्षमता पर, वह विजय प्राप्त कर भारतीय सेना में इन्फैंट्री बटालियन की कमान के लिए स्वीकृत होनेवाले भारतीय सेना के पहले अधिकारी बने। इसके बाद उन्होंने इन्फैंट्री डिवीजन की कमान सँभाली और सन् 1993 में पूर्व में एक कोर के चीफ ऑफ स्टाफ के पद से सेवानिवृत्त हुए। संप्रति वह द स्पास्टिक सोसाइटी ऑफ नॉर्दर्न इंडिया के साथ विकलांगता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं| | ||
| 650 |
_aSiyachin ka yuddh _94622 |
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| 650 |
_aBharath me sourya sammano ka prarambh _94623 |
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| 700 |
_aMishra, Vinod Kumar _eEditor _94564 |
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| 942 | _cHN | ||
| 999 |
_c1377 _d1377 |
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