Dr. Ambedkar aur rashtravad (डॉ. आंबेडकर और राष्ट्रवाद)
Language: Hindi Publication details: New Delhi: Satsahitya Prakashan, 2023. Description: 158p.;22cmsISBN: 9788177213973Subject(s): Dhuradrust: Dr. Babhasaheb Ambedkar | भारत के संविधान निर्माता | Andhakargrasth samaaj ke liye amar jyothiDDC classification: 891.434 B37Item type | Current library | Call number | Status | Date due | Barcode |
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Hindi Books | Dr. S. R. Ranganathan Library General Stacks | 891.434 B37 (Browse shelf(Opens below)) | Available | 3398 |
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891.433 S83 Dada-dadi ki kahaniyon ka pitara (दादा-दादी की कहानियों का पिटारा) | 891.433 V35 Bhulakkdhon ka desh ( भुलक्क्ड़ों का देश ) | 891.434 A53 Janiye manav adhikaron ko ( जानिए मानव अधिकारों को ) | 891.434 B37 Dr. Ambedkar aur rashtravad (डॉ. आंबेडकर और राष्ट्रवाद) | 891.434 D56 Buddh tum laut aao (बुद्ध तुम लौट आओ) | 891.434 E93 Param vir chakra ( परम वीर चक्र ) | 891.434 M34 Elon Musk ke prerak vichar (एलन मस्क के प्रेरक विचार) |
भारत के संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर के विचारों को वामपंथियों एवं अल्पसंख्यक गठबंधन में शामिल लोगों ने सदैव तोड़-मरोड़कर पेश किया और देश में पाँच दशक से अधिक समय तक सत्ता में रही कांग्रेस ने निजी स्वार्थ के कारण बाबासाहब को सदैव दलितों एवं वंचितों के नेता के रूप में प्रस्तुत किया। मानो देश के विकास और उत्थान में उनका कोई योगदान ही न रहा हो। आज देश में दलित-मुसलिम गठजोड़ के बहाने ये अलगाववादी देश में अशांति फैलाना चाहते हैं। इन चीजों को भाँपते हुए डॉ. आंबेडकर ने सन् 1940 में देश के विभाजन की स्थिति में हिंदू एवं मुसलिम जनसंख्या के पूर्ण स्थानांतरण की बात की थी। उन्होंने देश को ऐसा संविधान दिया जो देश की अखंडता एवं एकता को आज भी सुरक्षित किए हुए है। उन्होंने संविधान में अनुच्छेद 370 का विरोध किया, पर नेहरू के मुसलिम-प्रेम के कारण इसे जोड़ा गया। नागरिकों के हितों की सुरक्षा हेतु संविधान में मूल आधारों की व्यवस्था की। अर्थशास्त्र के शोध छात्र के रूप में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया व वित्त आयोग का प्रारूप दिया। देश के कानून मंत्री के रूप में हिंदू कोड बिल के माध्यम से महिलाओं को संपत्ति में उत्तराधिकार और उनके सशक्तीकरण का पथ प्रशस्त किया।
बाबासाहब आंबेडकर के राष्ट्रवादी विचारों को लोगों तक पहुँचाने और राष्ट्र के विकास में उनके योगदान पर उत्कृष्ट कृति।