Dr. Ambedkar: jeevan darshan ( डॉ. आंबेडकर: जीवन दर्शन ) (Record no. 1370)
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020 ## - INTERNATIONAL STANDARD BOOK NUMBER | |
ISBN | 9789353221676 |
041 ## - LANGUAGE CODE | |
Language code of text/sound track or separate title | Hindi |
082 ## - DEWEY DECIMAL CLASSIFICATION NUMBER | |
Classification number | 891.430 K57 |
100 ## - MAIN ENTRY--AUTHOR NAME | |
Personal name | Makwana, Kishor |
Relator term | Author |
245 ## - TITLE STATEMENT | |
Title | Dr. Ambedkar: jeevan darshan ( डॉ. आंबेडकर: जीवन दर्शन ) |
260 ## - PUBLICATION, DISTRIBUTION, ETC. (IMPRINT) | |
Name of publisher | Prabhat Prakashan Private Limited, |
Place of publication | New Delhi: |
Year of publication | 2019. |
300 ## - PHYSICAL DESCRIPTION | |
Number of Pages | 288p.;22cms. |
500 ## - GENERAL NOTE | |
General note | भीमराव रामजी आंबेडकर केवल भारतीय संविधान के निर्माता एवं करोड़ों शोषित-पीडि़त भारतीयों के मसीहा ही नहीं थे, वे अग्रणी समाज-सुधारक, श्रेष्ठ विचारक, तत्त्वचिंतक, अर्थशास्त्री, शिक्षाशास्त्री, पत्रकार, धर्म के ज्ञाता, कानून एवं नीति निर्माता और महान् राष्ट्रभक्त थे। उन्होंने समाज और राष्ट्रजीवन के हर पहलू पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। सामाजिक समता और बंधुता के आधार पर एक नूतन भारत के निर्माण की नींव रखी। उनका व्यक्तित्व एक विराट् सागर और कृतित्व उत्तुंग हिमालय जैसा था।<br/>विगत अनेक वर्षों से वैचारिक अस्पृश्यता और राजनीतिक स्वार्थ के लगातार बढ़ते जा रहे विस्तार ने हमारे जिन राष्ट्रनायकों के बारे में अनेक भ्रांतियुक्त धारणाओं को जनमानस में मजबूत करने का दूषित प्रयत्न किया है, उनमें डॉ. बाबासाहब आंबेडकर प्रमुख हैं। उन्हें किसी जाति या वर्ग विशेष अथवा दल विशेष तक सीमित कर दिए जाने के कारण सामाजिक समता-समरसता ही नहीं, राष्ट्रीय एकता की भी अपूरणीय क्षति हो रही है। इस दृष्टि से चार <br/>खंडों में उनका व्यक्तित्व-कृतित्व वर्णित है : खंड एक—‘जीवन दर्शन’, खंड दो—‘व्यक्ति दर्शन’, खंड तीन—‘आयाम दर्शन’ और खंड चार ‘राष्ट्र दर्शन’। डॉ. बाबासाहब भीमराव आंबेडकर को समग्रता में प्रस्तुत करने वाला एक ऐसा अनन्य दस्तावेज है, जो उनके बारे में फैले या फैलाए गए सारे भ्रमों का निवारण करने में तो समर्थ है ही, साथ ही उन्हें एक चरम कोटि के दृष्टापुरुष तथा राष्ट्रनायक के रूप में प्रस्थापित करने में भी पूर्णतः सक्षम है। |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | Bheemai thasmai namah |
General subdivision | Bheemastakam |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | Dr. Babhasaheb aur bramhan |
650 ## - SUBJECT ADDED ENTRY--TOPICAL TERM | |
Topical Term | Dr. Bhabasaheb aur shaahuji maharaj |
942 ## - ADDED ENTRY ELEMENTS (KOHA) | |
Koha item type | Hindi Books |
Withdrawn status | Lost status | Damaged status | Not for loan | Permanent Location | Current Location | Shelving location | Full call number | Accession Number | Koha item type |
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Dr. S. R. Ranganathan Library | Dr. S. R. Ranganathan Library | General Stacks | 891.430 K57 | 3431 | Hindi Books |